Short Hindi Stories for Kids (Hindi Diwas Special)

How to use these stories as a storyteller or teacher
Read slowly and clearly so children can follow pronunciation. Pause after key lines and invite children to repeat simple Hindi words. Use gestures, props, or drawings to make scenes vivid. After each story, ask one or two short questions in English or Hindi — for example: “कहानी का मुख्य सबक क्या है?” or “Who helped the little bird?” Encourage children to retell the story in their own words. Small role-plays and drawing activities will deepen language learning and memory.
कहानी 1 — बाँटने वाली छोटी चिड़िया
एक बड़ा आम का पेड़ था। उस पेड़ के नीचे एक छोटी चिड़िया ने एक बड़ा, रसीला आम का बीज पाया। चिड़िया ने सोचा कि यह बीज भविष्य के लिए बचा लिया जाए। तभी पास से एक छोटी चींटी आई और बोली, “छोटी पंछी, क्या तुम मुझे भी थोड़ा बीज दे सकती हो? हमें खाने के लिए कुछ चाहिए।” चिड़िया ने पहले सोचा, पर फिर उसने बीज को एक छोटे से टुकड़े में तोड़कर चींटी के पास रखा।
रात को तेज तूफान आया और चिड़िया का घोंसला टूट गया। अगली सुबह कई छोटे पक्षियों ने अपने-अपने बीज और फल बांटे और चिड़िया की मदद की। सब मिलकर उसका नया घोंसला बनाया। चिड़िया ने समझा कि बाँटना खुद को भी मजबूत बनाता है।
नैतिक: बाँटने से मित्रता और ताकत बढ़ती है।
कहानी 2 — चालाक खरगोश और भूखा शेर
एक जंगल में एक बूढ़ा शेर रहता था। शेर अब तेज़ दौड़ नहीं पाता था, पर भूख फिर भी बहुत रहती थी। उसने छोटे जानवरों को पकड़ना शुरू कर दिया। एक दिन एक चालाक खरगोश शेर के पास आया। शेर ने गरजकर कहा, “तुम्हें खा जाऊँगा।” खरगोश ने शांति से कहा, “राजा, एक और बड़ा शेर है जो इस पहाड़ी के पार रहता है और वह तुम्हें हराना चाहता है।”
शेर अपनी शान दिखाने के लिए उस पहाड़ी पर गया, पर खरगोश ने उसे एक गहरे कुंए के पास ले जाकर खड़ा कर दिया। शेर ने कुंए में अपना प्रतिबिंब देखा और सोचा कि दूसरा शेर है। वह छलांग लगा दिया और कुंए में गिर गया। शेर बाहर नहीं निकल पाया और जंगल छोड़कर चला गया। छोटे जानवर सुरक्षित रहे।
नैतिक: बुद्धि और समझदारी बल से बड़ी होती है।
कहानी 3 — प्यासा कौआ (कांकर वाला उपाय)
गर्मी के दिनों में एक कौआ पानी की तलाश में उड़ रहा था। उसने एक लोहे का बर्तन देखा जिसमे पानी आधा भरा था। पानी नीचे था और कौए का चोंच उससे नहीं पहुँच पा रही थी। कौए ने कई छोटे-छोटे कांसे नीचे डाले। हर कांसा डालने से पानी ऊपर आया और अंत में कौआ पानी पी सका।
पास खड़े एक बच्चे ने देखा और उसने यह तरीका सीखा। उस बच्चे ने बाद में पढ़ाई में कठिन प्रश्नों को छोटे-छोटे भागों में बांटकर हल किया।
नैतिक: छोटे-छोटे प्रयास से बड़ी समस्याओं का समाधान होता है।
कहानी 4 — ईमानदार नाई
एक छोटी सी बस्ती में एक नाई रहता था। एक दिन एक अमीर व्यक्ति बाल कटवाने आया और गलती से उसकी अंगूठी वहाँ छोड़ गया। नाई ने अंगूठी पाई। उसे बेचकर बहुत सारा पैसा मिल सकता था, पर नाई ने अंगूठी वापस कर दी।
अमीर आदमी ने पूछा, “तुम ऐसा क्यों कर रहे हो?” नाई ने कहा, “अगर बच्चों से कहा जाए कि यह मेरा नहीं है, तो मैं क्या जवाब दूँगा?” अमीर आदमी नाई की ईमानदारी से प्रभावित हुआ और उसने नाई को पुरसकार दिया ताकि उसका परिवार आराम से रह सके।
नैतिक: ईमानदारी का पुरस्कार मिलता है; अच्छा नाम पैसे से बड़ा होता है।
कहानी 5 — लालची आम का पेड़
एक गांव में एक सुंदर आम का पेड़ था जो हमेशा फल देता था। गाँव वाले पेड़ के फल लेते और धन्यवाद कहते। एक आदमी पेड़ के पास आकर रहने लगा और उसने कहा कि वह पेड़ की रक्षा करेगा। पर धीरे-धीरे वह लालची बन गया। वह हर फल ले लेता और किसी के साथ बांटने से मना कर देता।
एक सूखा साल आया। पेड़ कमजोर हुआ। गाँव वाले जिन्होंने पहले फल बांटे थे, फिर वापस आए और मिलकर पेड़ की देखभाल की। उन्होंने पेड़ को पानी दिया, सूखी टहनियाँ हटाईं और धीरे-धीरे पेड़ फिर फल देने लगा। लालची आदमी के पास मदद करने वाला कोई नहीं था जब खेत खराब हुआ।
नैतिक: समुदाय और देखभाल selfishness से बेहतर होते हैं।
कहानी 6 — बंदर और मगरमच्छ
नदी के किनारे एक जामुन का पेड़ था और उस पर एक बंदर रहता था। वह मीठे फल खाकर हर दिन खुश रहता था। नदी में एक मगरमच्छ रहता था जो बंदर के फल खाना चाहता था। एक दिन मगरमच्छ ने दोस्ती की पेशकश की और बंदर ने फल दे दिए। दोनों दोस्त बन गए।
मगरमच्छ की पत्नी ने सोचा कि बंदर का मांस स्वादिष्ट होगा। उसने मगरमच्छ से कहा कि वह बंदर को अपने घर ले आए। मगरमच्छ ने बंदर को घर ले जाने का झूठा बहाना बनाया। बंदर ने समझदारी से समय माँगा और कहा कि उसका दिल पेड़ पर ही सुरक्षित रखा हुआ है। वे वापस पहुंचे और बंदर पेड़ पर बैठकर ऊँचे डाली पर चढ़ गया। मगरमच्छ शर्मिंदा होकर चला गया।
नैतिक: दया के साथ समझदारी जरूरी है।
कहानी 7 — हल चलाने वाला बैल और किसान
एक किसान के पास एक बैल था जो हल खींचने से इनकार कर देता था। बैल ज़्यादा आराम को पसंद करता था। किसान ने डाँटा और मार दिया पर बैल फिर भी नहीं चला। एक शाम किसान बैल के पास बैठकर उससे बातें करने लगा और उसे थोड़ा फल खिलाया। किसान ने शांत तरीके से बताया कि काम क्यों जरुरी है। बैल ने धीरे-धीरे भरोसा किया और फिर से खेत में मदद करने लगा।
किसान ने पाया कि प्यार और धैर्य से अधिक काम होता है बनिस्पत कि ज़ोर-जबरदस्ती से।
नैतिक: धैर्य और दयालुता से मुश्किल बदलाव संभव होते हैं।
कहानी 8 — छोटा दीपक जो जलता रहा
एक गाँव में एक औरत रोज़ एक छोटा दीपक मंदिर में जलाती थी। दीपक बहुत छोटा था, पर औरत रोज साफ़ रखती और तेल भरती। एक बड़ी आंधी आई। कई दीपक बुझ गए पर वह छोटा दीपक बचा रहा क्योंकि उसे ठीक से रखा गया था।
लोग सोचने लगे कि यह दीपक भाग्यशाली है। औरत ने कहा कि भाग्य की बात नहीं, रोज की छोटी मेहनत की बात है। बच्चों ने यह देखा और छोटे कामों की कद्र करना सीखा। बड़े होकर वे अपने परिवार और पड़ोस की देखभाल करने लगे।
नैतिक: रोज़ की आदतें और छोटी देखभाल बड़ी रोशनी बनाती हैं।
गतिविधियाँ और प्रश्न ताकि पाठ गहरा हो जाए
कहानी के बाद बच्चों से चित्र बनवाएँ — कौआ और घड़ा, बंदर और जामुन के पेड़। चित्र पर हिन्दी शब्द लिखें: कौआ, पानी, पेड़, घर। रोल-प्ले कराएँ — नाई और अमीर आदमी का दृश्य निभाएँ। बच्चों से एक वाक्य में कहने को कहें कि कहानी का मुख्य संदेश क्या था। एक सूची बनाकर कथाओं के नैतिक कथनों को मिलवाएँ। बच्चों से पूछें कि अगर चिड़िया ने बीज नहीं बाँटा तो क्या होता? यह प्रश्न उनकी कल्पना बढ़ाएगा और कथा को याद रखने में मदद करेगा.
सुझाव माता-पिता और शिक्षकों के लिए
कहानियाँ छोटा और नियमित रखें. दो-तीन कहानियाँ सप्ताह में ठीक रहती हैं. एक ही शब्दों का बार-बार प्रयोग करें ताकि बच्चे शब्द याद रखें — जैसे पानी, पेड़, घर. शुरुआती बच्चों के लिए कहानी पहले अंग्रेज़ी में पढ़ी जाए और मुख्य वाक्य हिंदी में दोहराए जाएँ. बच्चों को कहानी सुनाने के बाद अगली सुबह उसे अपनी भाषा में सुनाने के लिए कहें — यह दोहराव शब्दावली और आत्मविश्वास दोनों बढ़ाता है. कहानी के लिए छोटे प्रोप्स रखें: कपड़े का कौआ, कागज़ का पेड़, छोटी गुड़िया. रोज़ की छोटी आदतें bedtime stories for kids in hindi बनाकर सोने की अच्छी दिनचर्या बनाई जा सकती है.
हिंदी कहानी कैसे लिखें - आसान तरीका
एक सरल विचार चुनें — मदद करना, समस्या हल करना, या चालाकी. पात्र दो-तीन रखें. शुरुआत तुरंत किसी घटना से करें. एक छोटी बाधा डालें और उसे एक सरल उपाय से सुलझाएँ. अंत में एक स्पष्ट नैतिक पंक्ति दें. वाक्य छोटे और सरल रखें. उदाहरण शुरूआत: “एक छोटा कौआ बहुत प्यासा था.” इसे पढ़कर आवाज़ सुनें और बच्चों से दोहराने को कहें.
हिंदी दिवस मनाने के कुछ विचार
स्कूल में स्टोरी ऑवर रखें जहाँ हर बच्चा एक छोटा short story in hindi सुनाये. घर पर परिवार में दो कहानियाँ पढ़ी जाएँ और हर कोई अपनी पसंदीदा पंक्ति हिंदी में बोले. बच्चों के चित्रों का एक लघु प्रदर्शन करें और उन पर हिंदी व अंग्रेज़ी लेबल लगवाएँ. पेपर पपेट्स बनाकर कहानी का नाटक करें. नैतिकों पर एक छोटा प्रतियोगिता रखें कि किसने सबसे अच्छा नैतिक चुना और क्यों. छोटे बच्चों की रचनाएँ जोड़कर एक पुस्तिका तैयार की जा सकती है जिसे सभी बांट सकें.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q: क्या ये कहानियाँ छोटे बच्चों के लिए सही हैं? A: हाँ. छोटे वाक्य और दोहराव इनके लिए उपयुक्त हैं. Q: क्या ये धार्मिक हैं? A: नहीं. ये सामान्य नैतिक और सांस्कृतिक मूल्य सिखाती हैं. Q: कितनी बार कहानियाँ पढ़नी चाहिए? A: रोज़ाना थोड़ी-थोड़ी अवधि सबसे असरकारक है. Q: और कहानियाँ कहाँ मिलें? A: पुस्तकालय, स्कूल संसाधन और परिवार के बुजुर्गों से और कहानियाँ मिल सकती हैं. खुद भी सरल रूप से नई कहानियाँ लिखी जा सकती हैं.